
आखिर हमारे बोलने से होता क्या है।
क्यों बोलते हो तुम। आज तक बोल के हमने पाया ही क्या है सिवाया दुख के या किसी पश्चाताप के, ऐसा नही बोलना चाहिये था ,ये नहीं बोलना चाहये था,इतना […]
क्यों बोलते हो तुम। आज तक बोल के हमने पाया ही क्या है सिवाया दुख के या किसी पश्चाताप के, ऐसा नही बोलना चाहिये था ,ये नहीं बोलना चाहये था,इतना […]
अक्सर देखने में यही आता है कि सिर्फ कुछ ही लोग जीवन में सफल हो पाते हैं जबकि बहुत से लोग उसी प्रक्रिया को अपनाते हैं किंतु सफल सिर्फ कुछ […]